स्याना का इतिहास शाही विरासत से जुड़ा हुआ है। ब्रिटिश काल में यह एक महत्वपूर्ण जागीर थी,
जिसे ललकानी मुस्लिम नवाबों द्वारा शासित किया जाता था। यह क्षेत्र अपनी प्राचीन हवेलियों,
ऐतिहासिक संरचनाओं और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। पुरानी गलियों और
ऐतिहासिक इमारतों में बीते युग की गूंज आज भी महसूस की जा सकती है।
स्याना 28°11' उत्तरी अक्षांश और 78°03' पूर्वी देशांतर पर स्थित है, जिसकी औसत ऊंचाई 613 फीट (187 मीटर) है।
यह नगर अपने सुरम्य वातावरण, हरियाली और शांतिपूर्ण जीवनशैली के लिए जाना जाता है।
स्याना नगर पालिका परिषद अपने नागरिकों को बेहतरीन सुविधाएँ प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। हाल ही में नगर में नई सड़कों,
जल निकासी प्रणालियों और स्वच्छता अभियानों पर विशेष ध्यान दिया गया है। हालांकि, नगर में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता
को लेकर भी समय-समय पर चर्चाएँ होती रही हैं।
स्याना में धार्मिक सहिष्णुता और सामाजिक सौहार्द का अद्भुत मेल देखने को मिलता है। यहाँ के प्रमुख उत्सवों में दिवाली,
होली, ईद और रामलीला प्रमुख हैं, जिन्हें पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। नगर की गलियों में पारंपरिक मिठाइयों
की खुशबू और स्थानीय बाज़ारों की चहल-पहल इसे और भी जीवंत बनाती है।
नगर पालिका परिषद स्याना डिजिटल सेवाओं की ओर भी तेज़ी से बढ़ रही है। सरकारी योजनाओं के डिजिटल क्रियान्वयन,
नगर में ऑनलाइन सेवाओं की उपलब्धता और स्मार्ट सिटी जैसी सुविधाओं के साथ स्याना एक आधुनिक नगर बनने की ओर अग्रसर है।